कमलेश सिंह संपादक -
राजस्थान दर्शन

 राजस्थान दर्शन “आवाज सच की बात हक कि”

लोकतांत्रिक देश में विधायिका कार्यपालिका और न्यायपालिका के क्रियाकलापों पर नजर रखने के लिए मीडिया को चौथे स्तंभ के रूप में जाना जाता है मीडिया सच्चाई आईना होता है इस क्रम में मीडिया के क्षेत्र में 15 जून 2010 में राजस्थान दर्शन मिडिया ग्रुप की स्थापना हुई श्रीमान G.S राव साहब ने इस समूह की स्थापना की।  जिस प्रकार एक पेड़ लगने पर उसकी शाखाएं उसे मजबूती प्रदान करते है उसी प्रकार राजस्थान दर्शन समाचार पत्र को श्रीमान G.S राव साहब के तीनों पुत्र राव संजय सिंह, राव सुमेर सिंह, राव कमलेश सिंह ने मजबूती प्रदान की, सर्वप्रथम यह कारवा 15 जून 2010 में राजस्थान दर्शन पाक्षिक पेपर से शुरुआत हुआ। उसके बाद जुलाई 2013 को मासिक पत्रिका का भी प्रकाशन किया गया जिसे राजस्थान की नई बल्कि अन्य राज्य में निवास कर रहे प्रवासी राजस्थानियों ने भी सहारा। धीरे-धीरे यह वट वृक्ष बड़ता गया। राजस्थान दर्शन के पत्रकारों का परिवार बड़ता गया। हमारे पत्रकारों ने हर जन समस्या को प्रबलता से प्रशासन और सरकार तक पहुंचा, चाहे दिन हो या रात, धूप हो या छांव, बारिश हो या सुखा यहां तक की कोरोणा जैसी महामारी में भी पत्रकारिता का लोहा लिया है। कोरोना कल में लॉकडाउन के समय संपादक कमलेश सिंह जी के सुझाव से डिजिटल दैनिक संस्करण निकाला गया ताकि लोगों तक समाचार समय पर पहुंच सके। उसके बाद 1 अप्रैल 2022 को राजस्थान दर्शन समाचार पत्र का दैनिक संस्करण प्रकाशित होने लगा।  आज 150 से अधिक पत्रकारों का समूह राजस्थान मिडिया ग्रुप में शामिल है और बहुत कम समय में पाठकों की पहली पसंद बना है l राजस्थान दर्शन के दैनिक संस्करण का प्रकाशन संपादक कमलेश सिंह जी के सानिध्य में  किया जा रहा है। राजस्थान ही नहीं बल्कि गुजरात व महाराष्ट्र के पाठक भी राजस्थान दर्शन की पठन सामग्री को पसंद करते हैं और लाखों ई पाठक इसके सदस्य बने हुए हैं