पूर्व उपराष्ट्रपति, पूर्व सीएम के आदेश की अवहेलना, श्रद्धालुओं और धर्म से जुड़े आस्था व धर्म स्थान के लिए बन रहा चिंता का विषय
सिरोही ब्यूरो – किशन माली
जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर स्थित विश्व प्रसिद्ध मारकंडेश्वर धाम अजारी राष्ट्रपति महोदय के लेटर की पालना नहीं करवाने बाद विश्व विख्यात पांच सरस्वती मंदिर में से एक मारकंडेश्वर धाम अजारी में राष्ट्रीय मोर उद्यान और पर्यटन स्थान प्राप्त के लिए तरस रहा है। इसके लिए कई वर्षों से संघर्ष कर रहे अजारी गांव के खुशवंत सिंह ने बताया की पूर्व मुख्यमंत्री महोदय वसुंधरा राजे सिंधिया ने सन 2016 में सिरोही दौरे पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार सदस्य सुनील सिंघी ने मुख्यमंत्री को पत्र देकर विश्व प्रसिद्ध सरस्वती माताजी अजारी को पर्यटन स्थल व राष्ट्रीय पक्षी मोर जीव रक्षा के लिए उद्यान बनाने की मांग की गई थी। मुख्यमंत्री महोदय ने तत्काल प्रभाव से जिला कलेक्टर सिरोही को आदेश किया था वह आबू पिंडवाड़ा विधायक समाराम ग्रासिया ने पूर्व उपराष्ट्रपति व मुख्यमंत्री महोदय की घोषणा को पूरी करने के लिए महामहिम राष्ट्रपति महोदया द्रौपदी मुर्मू राज्यपाल महोदय कलराज मिश्र, पूर्व वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी व जिला कलेक्टर महोदय को लिखित पत्र देकर मोर की रक्षा के लिए उद्यान बनाने की मांग की गई थी। राष्ट्रपति कार्यालय से भी एक पत्र राजस्थान सरकार को भेजा गया है उसके बाद में अभी जिला प्रशासन के द्वारा मोर रक्षा व पर्यटन स्थल बनाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जबकि पूर्व जिला प्रशासन की आम बैठक में मोर जीव रक्षा के लिए प्रस्ताव बनाकर भी जिला प्रशासन को भेजा गया वह कई बार वन विभाग सिरोही ने सिरोही जिले के सबसे बड़े औद्योगिक सीमेंट फैक्ट्री जेके लक्ष्मी सीमेंट को पत्र लिखकर मोर जीव रक्षा के लिए मांग की गई लेकिन दुर्भाग्य है कि राष्ट्रपति महोदय लेटर के बावजूद की मोर जीव रक्षा के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
– पूर्व उपराष्ट्रपति शेखावत ने देखा था सपना
इस धाम को पूर्व उप राष्ट्रपति स्वर्गीय भैरू सिंह शेखावत ने सन 1997 में अति रुद्र महायज्ञ में मुख्यमंत्री रहते हुए इस धाम के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया था व इस स्थान की प्राकृतिक सुंदरता व अरावली पहाड़ी को देखकर उन्होंने स्थान को पर्यटन स्थल राष्ट्रीय पक्षी मोर जीव रक्षा के लिए एक उद्यान बनाने की मांग की गई थी जिस पर पूर्व महामहिम उपराष्ट्रपति शेखावत ने भी इस धाम को राष्ट्रीय पक्षी मोर उद्यान बनाने की घोषणा की थी।
– मैने राष्ट्रीय मोर उद्यान और पर्यटन स्थल बनाने को लेकर भारत के प्रधानमंत्री से लेकर विधायक तक को लिखे पत्र, लेकिन धाम पर नहीं हुई अभी तक कार्यवाही
गांव के खुशवंत सिंह ने बताया की मेरे द्वारा कई बार देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति महोदय द्रौपदी मुर्मू, गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय सार्वजनिक मंत्री नितिन गडकरी, भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय जेपी नड्डा साहब, पूर्व मुख्यमंत्री महोदय व भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्षा वसुंधरा राजे सिंधिया पूर्व प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ पूर्व सांसद बालक नाथ, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व सांसद हनुमान बेनीवाल राष्ट्रीय करणी सेना अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना, कांग्रेस पार्टी पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय सोनिया गांधी पूर्व मुख्यमंत्री महोदय अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री महोदय सचिन पायलट, पूर्व खनिज और गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भैया, राष्ट्रीय आतंकवाद गतिविधि अध्यक्ष एमएस बिट्टा व राजस्थान सरकार व भारत सरकार के मंत्रियों तक मेरे द्वारा इस धाम को पर्यटन स्थल व राष्ट्रीय पक्षी मोर उद्यान बनाने की मांग की गई है लेकिन दुर्भाग्य है कि इतनी शिकायत और निवेदन करने के बावजूद भी प्रशासन सिरोही कुंभकरण की नींद में सो रहा है और राष्ट्रीय पक्षी मोर की राम भरोसे सुरक्षा बनी हुई है अगर इस धाम में जिला प्रशासन सिरोही के माध्यम से इस धाम की भूमि में राष्ट्रीय पक्षी मोर जीव रक्षा के लिए उद्यान बनाया जाता है तो भारत देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पक्षी मोर उद्यान बन सकता है।
– आस पास के सैकड़ों ग्रामीण आते है यहां अपने पूर्वजों की अस्थि विसर्जन करने
मंदिर के पुजारी ने बताया की इस धाम में अस्थि विसर्जन जैसे महान कार्य होते है। इतिहास में इस मंदिर को हजारों वर्ष पुराना बताया है यहां मारकुंडे ऋषि ने तपस्या की थी और महाकवि कालिदास जैसे कवियों ने भी तपस्या करने के संकेत इतिहास में है राजस्थान सरकार व भारत सरकार के मंत्री संगीत से जुड़ी बड़ी-बड़ी हस्तियों का आना-जाना रहता है लाखों भक्तों का भारत देश से आना-जाना रहता है बच्चों के भविष्य निर्माण की देवी मां सरस्वती माताजी का मात्र एक स्थल होने के कारण भारत देश से लोगों को आना-जाना रहता है इस धाम में मन्नत मांगी जाती है और मन्नत पूरी होने पर कॉपी पेन व चांदी की जीप का प्रसाद चढ़ाया जाता है वह पूर्व खनिज व गोपालन मंत्री महोदय प्रमोद जैन भैया ने जिला कलेक्टर सिरोही को पत्र लिखकर इस धाम को राष्ट्रीय पक्षी मोर उद्यान बनाने व बाईपास रास्ते के निर्माण के लिए खनिज मंत्री ने जिला कलेक्टर सिरोही को पत्र लिखकर दोनों प्रपोजल बनाकर राजस्थान सरकार को भिजवाने के सख्त आदेश किए थे लेकिन दुर्भाग्य है कि जिला प्रशासन ने सरस्वती माताजी की अजारी के दोनों प्रस्तावों को नजअंदाज कर दिया है।