मुझे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना छोड़े हुए दस दिन हो गए हैं. मैंने आज तक कभी भी राज ठाकरे और अमित ठाकरे का अपमान नहीं किया है और न ही अपने जीवन में कभी करूंगा.
मैं एकला चलो रे की भूमिका में हूं और उस पर कायम हूं. इसलिए उन्होंने अपनी निर्दलीय उम्मीदवारी दोहराते हुए कहा कि वह पुणे में चुनाव को एकतरफा नहीं होने देंगे. पत्रकारों से बात करते हुए मोरे ने कहा, भाजपा शासकों ने पिछले पांच वर्षों में शहर को नियंत्रण में रखा है. अगर यह माना जाए कि इन सबके बावजूद लोकसभा चुनाव एकतरफा होगा, तो उन्होंने कहा कि जब तक वसंत मोरे पुणे शहर में हैं,
इस चुनाव को एकतरफा नहीं होने दिया जाएगा. मैंने किसी पार्टी में शामिल होने के लिए मनसे नहीं छोड़ा. मूलतः मैं लोकसभा चुनाव लड़ने पर 100 प्रतिशत दृढ़ हू्ं. अंतरिम अवधि के दौरान, मैंने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, सांसद सुप्रिया सुले, शिवसेना सांसद संजय राउत और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की. पुणे शहर में लोकसभा चुनाव में कैसे एकजुट होना है इस पर चर्चा हुई. चुनाव में अभी समय है. लेकिन मैं इस चुनाव को एकतरफा नहीं होने दूंगा. लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारों की कतार लग गई है. जब एक सामान्य परिवार का कार्यकर्ता आगे बढ़ रहा था, तो मैं सार्वजनिक मंच से सबूतों के साथ ये सारी बातें बताने जा रहा हूं कि आखिर मक्खी कहां छींकी, कितने लोग आए, जिन्होंने रास्ते में कांटा बिछाया. इस बीच उन्होंने यह भी कहा कि अगर पुणे चुनाव एकतरफा होता तो मुझे वरिष्ठ स्तर से फोन नहीं आता.